
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जो ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करता है। दरअसल, केरल मोटर वाहन विभाग के एक पुलिस अधिकारी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर मालिक द्वारा पीयूसी प्रस्तुत नहीं करने पर चालान कर दिया। इलेक्ट्रिक स्कूटर मालिक पर इसके लिए 250 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

बता दें कि इस खबर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही और इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में जानकारी को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं। यह ई-चालान केरल परिवहन विभाग ने 6 सितंबर को एक एथर 450एक्स इलेक्ट्रिक स्कूटर के मालिक पर जारी किया।

जारी किये गए ई-चालान पर लिखा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर मालिक पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र यानी पीयूसी प्रस्तुत नहीं करने पर लगाया गया है। हां, यह सुनने में अजीब हैं लेकिन इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने वालों के साथ भी अब ऐसा हो रहा है। इस खबर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खुद एथर एनर्जी के सीईओ तरुण मेहता (Tarun Mehta) ने भी टिपण्णी कर इसे ‘दुर्भागयपूर्ण’ बताया है।

आपको बता दें कि पीयूसी (PUC) केवल इंटरनल कम्बशन इंजन यानी आईसी इंजन वाहनों को ही जारी किया जा सकता है। ऐसे वाहन जिनमें पेट्रोल, डीजल या सीएनजी से चलने वाले इंजन नहीं है उन्हें पीयूसी की जरूरत नहीं होती है। बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन गैर आईसी इंजन वाहन की श्रेणी में आते हैं, जिन्हें पीयूसी जारी नहीं किया जाता।

अगर ऐसी स्थिति में ट्रैफिक पुलिस एक इलेक्ट्रिक वाहन पर पीयूसी प्रस्तुत नहीं करने के लिए जुर्माना लगाती है तो यह गैरकानूनी है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनके साथ भी हुए कुछ ऐसे ही मामलों की जानकारी दी है। एक ऐसे ही मामले में केरल पुलिस ने एक बाइक चालक पर सिर्फ इसलिए जुर्माना लगा दिया था क्योंकि उसकी बाइक में ईंधन कम था।

बता दें कि मोटर वाहन कानून में वाहन में ईंधन की मात्रा को लेकर कोई कानून नहीं है, इसके बावजूद चालान काट दिया गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने गलती स्वीकार करते हुए चालान को रद्द कर दिया।

एथर 450एक्स की बात करें तो, हाल ही में कंपनी ने इसे तीसरे जनरेशन मॉडल को लॉन्च किया है। यह स्कूटर अपने बेहतर परफॉर्मेंस, रेंज और क्वालिटी के लिए जानी जाती है। पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के मामलों में एथर की एक भी स्कूटर सामने नहीं आई है। कंपनी का दावा है कि उसके इलेक्ट्रिक स्कूटरों में उच्चतम बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है, जिससे स्कूटर को बेहतर थर्मल प्रोटेक्शन मिलता है।