रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इस घटना के तुरंत बाद पुतिन की कार को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। इस घटना में पुतिन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। रूसी टेलीग्राम चैनल एसवीआर ने खुलासा किया कि पुतिन झांसा देने वाली गाड़ियों के दस्ते के साथ अपने आधिकारिक आवास लौट रहे थे। काफिले में पांच हथियारबंद कारें थीं जिसमें तीसरी कार में पुतिन मौजूद थे।
शक के आधार पर कई गिरफ्तार
सूत्रों ने बताया कि इस घटना में पुतिन की सुरक्षा सेवा से संबंधित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुतिन की सुरक्षा की जानकारी लीक होने के बाद तत्काल प्रभाव से उनकी सुरक्षा में लगे बॉडीगार्ड दस्ते को भी हटा दिया गया है। एसवीआर ने कहा कि राष्ट्रपति के अंगरक्षक (सेवा) के प्रमुख और कई अन्य लोगों को निलंबित कर दिया गया है और वे हिरासत में हैं।
एसवीआर ने दावा किया कि राष्ट्रपति की आवाजाही के बारे में कुछ सीमित लोगों को ही जानकारी थी और वे सभी राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा में शामिल थे। रिपोर्ट में बताया गया कि इस घटना के बाद, उनमें से तीन व्यक्ति गायब हो गए। ये ठीक वही लोग थे जो काफिले की पहली कार में थे। एसवीआर ने कहा कि वे इस वक्त कहां हैं फिलहाल इसकी जानकारी अज्ञात है। जिस कार से वे यात्रा कर रहे थे, वह घटना से कुछ किलोमीटर दूर खाली पाई गई।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि वे जब अपने निवास स्थान की तरफ लौट रहे थे, उस दौरान उन पर हमला हुआ। हमले के बाद पुतिन की गाड़ी को बमनिरोधक और बुलेटप्रुफ सुरक्षाकर्मियों ने हर तरफ से घेर लिया और फिर आसपास फैले धुएं को हटाने का प्रयास करने लगे। यह एक आत्मघाती हमला था। राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात कुछ लोगों को हमले के बाद गिरफ्तार किया गया है।
रूस में कुछ दिन पहले ऐसे ही हुई थी हत्या
बता दें कि कुछ दिन पहले यूक्रेन युद्ध के ‘मास्टरमाइंड’ एलेक्जेंडर डुगिन की बेटी दारिया डुगिन की हत्या भी इसी तरह एक कार बम धमाके में की गई थी। इस हमले में दारिया के पिता बाल-बाल बच गए थे। यह हमला रूस की राजधानी मॉस्को में 20 अगस्त, 2022 को हुआ था।
हमले में मरने वाली दारिया पेशे से एक पत्रकार थीं। इस हमले में यूक्रेन का हाथ होने की आशंका जताई गई थी। रूसी जांच एजेंसियों की मानें तो इस हमले में विस्फोटक ड्राइवर की सीट की तरफ से कार के नीचे लगाया गया था और इसमें टारगेट अलेक्जेंडर था, जबकि जान उनकी बेटी की चली गई। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर हमले के बाद रूस में मौजूद पुतिन विरोधी भी शक के दायरे में आ गए हैं।
यूक्रेन पर शक की सुई
पुतिन पर हमले का दावा ऐसे समय पर किया गया है जब यूक्रेन के पलटवार में रूसी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसको लेकर पुतिन की आलोचना भी हो रही है। जेलेंस्की ने दावा किया है कि यूक्रेन के सैनिकों ने रूस के कब्जे से 6,000 वर्ग किलोमीटर इलाके को मुक्त करा लिया है।
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