
Smriti Mandhana dedicated her award to Jhulan Goswami
INDW vs ENGW: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में शानदार जीत दर्ज की। टीम इंडिया ने जीत के साथ ही तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की मजबूत बढ़त भी बना ली है। भारत की जीत में स्मृति मंधाना ने अहम भूमिका निभाई। बाएं हाथ की स्टार सलामी बल्लेबाज शतक लगाने से चूक गईं लेकिन उन्होंने टीम के लिए सबसे ज्यादा 91 रन बनाए। उनकी इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
सीरीज झूलन दी के नाम
स्मृति ने मैच के बाद अपनी ट्रॉफी को दिग्गज तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी के नाम किया। उन्होंने कहा कि मैं यह अवॉर्ड झुलु दी (झूलन गोस्वामी) के नाम करना चाहूंगी। यहीं नहीं यह पूरी सीरीज हम उनके लिए खेल रहे हैं। मंधाना ने कहा कि उनकी टीम दिग्गज तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को शानदार विदाई देना चाहती है। मंधाना ने झूलन की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कहा, “मैं कहना चाहती हूं कि यह श्रृंखला झुलु दी (झूलन गोस्वामी) के नाम है। उनकी गेंदबाजी शानदार रही। इस श्रृंखला में हमारे सारे प्रयास झुलु दी के लिए होंगे।“
झूलन इंग्लैंड सीरीज के बाद लेंगी संन्यास
बता दें कि दो दशक तक टीम इंडिया का हिस्सा रहीं झूलन गोस्वामी इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे के बाद अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगी। ऐसे में यह उनके लिए आखिरी सीरीज है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 350 से अधिक विकेट लेने वाली झूलन ने सीरीज के पहले मैच में भी काफी प्रभावित किया। उन्होंने होव काउंटी मैदान पर खेले गए मैच में 10 ओवर की गेंदबाजी में दो मेडेन के साथ 20 रन देकर एक विकेट लिया। उनकी किफायती गेंदबाजी के कारण भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट पर 227 रन पर रोक दिया था।
स्मृति को वनडे पसंद
मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गई मंधाना ने अपने प्रदर्शन पर भी बात की और इस दौरान स्वीकार किया कि टी20 की तुलना में वनडे में वह अधिक नैसर्गिक बल्लेबाजी करती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वनडे मेरे लिए अधिक नैसर्गिक है। टी20 में मुझे स्ट्राइक रेट बरकरार रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होते हैं। मुझे खुशी है कि मैंने टीम के लिए अच्छी नींव रखी।’’
मंधाना ने कहा कि अगर वह नाबाद रहती तो उन्हें अधिक खुशी होती। भारत जब लक्ष्य से 30 रन पीछे था तब मंधाना आउट हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुश थी कि हरमन (हरमनप्रीत कौर) ने टॉस जीता। मैंने इंग्लैंड की पारी में पिच का आकलन किया और खुद से कहा कि बैक फुट पर कम खेलना है, लेकिन में स्वयं को बड़ी देर तक नहीं रोक पाई।’’