
एमजी ने बताया कि वर्तमान में कंपनी के सभी मॉडलों का वेटिंग पीरियड 3-6 महीने चल रहा है। कंपनी भारत में चार एसयूवी मॉडलों की बिक्री कर रही है जिसमें एस्टर, हेक्टर, जेडएस ईवी और ग्लोस्टर शामिल है। एमजी ने पिछले महीने ही भारतीय बाजार में ग्लोस्टर फेसलिफ्ट को लॉन्च किया है औ अब नई हेक्टर को लाने की तैयारी कर रही है।

नई एमजी ग्लोस्टर की बात करें तो इसमें नए डिजाइन के अलॉय व्हील्स के साथ, नए डीप गोल्डन रंग को भी जोड़ा गया है। ग्लोस्टर एसयूवी पहले से ही मेटल ब्लैक, मेटल एश व वार्म वाइट रंग विकल्प में उपलब्ध है। कंपनी नई ग्लोस्टर में i-SMART फीचर दे रही है जो 75 से अधिक कनेक्टेड कार सुविधाओं के साथ आता है।

इसके अलावा, एसयूवी को वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले के साथ एप्पल वाच का भी सपोर्ट दिया जा रहा है। एमजी ग्लोस्टर वर्तमान में दो ट्यून में 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन के साथ उपलब्ध है। ग्लोस्टर अपनी श्रेणी में सबसे शक्तिशाली एसयूवी में से एक है। इस एसयूवी को 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जोड़ा गया है। ग्लोस्टर रियर व्हील ड्राइव के साथ मानक रूप से 4×4 ड्राइवट्रेन के साथ आती है।

एमजी ग्लोस्टर की कीमत बेस वेरिएंट के लिए 31.99 लाख रुपये से शुरू टॉप वेरिएंट के लिए 40.77 लाख रुपये तक जाती है। कंपनी इसे तीन वेरिएंट में 6 व 7 सीटर विकल्प में बेच रही है।

बता दें, एमजी मोटर भारत में किफायती इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने के लिए कमर कस रही है। जानकारी के मुताबिक, एमजी साल 2023 की दूसरी तिमाही में एक नई इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कर सकती है। एमजी मोटर इंडिया के प्रेजिडेंट राजीव छाबा ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि एमजी की नई इलेक्ट्रिक कार की कीमत 12-16 लाख रुपये के बीच हो सकती है, जो भारतीय ग्राहकों के लिए एक किफायती विकल्प होगी।

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। बाजार में सबसे अधिक मांग दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की है जिसके बाद तीनपहिया और चारपहिया वाहनों की मांग है। हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से ग्राहकों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ा है। कोरोना महामारी के चलते भी परिवहन के व्यक्तिगत संसाधनों की मांग बढ़ी है। इसका सीधा फायदा टू-व्हीलर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक वाहनों को हुआ है।

हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग की मूलभूत सुविधा की कमी के चलते लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने से कतरा रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की सीमित रेंज भी एक चुनौती बन कर खड़ी है। हाल ही के दिनों में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की खबरों ने भी ग्राहकों के मन में ई-वाहनों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किये हैं।