चरोदा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दशहरा पर्व पर दुर्ग जिले में चरोदा एकता मंच द्वारा आयोजित विजयादशमी कार्यक्रम में राम और लक्ष्मण की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री हर वर्ष विजयादशमी के अवसर पर चरोदा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होते हैं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश वासियों को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री ने सभी को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सत्य की विजय का यह पर्व कितने उल्लास का पर्व है और मूल्यों से जुड़ा है। आप सभी इतनी बड़ी संख्या में इस उत्सव को मनाने आये हैं मैं आप सभी का स्वागत करता हूँ।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दशहरा का यह महान पर्व देश भर में उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह असत्य पर सत्य की जीत, अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में मनाते हैं। कोई कितना भी ज्ञानी क्यों न हो, अहंकार नहीं होना चाहिए, इसलिए रावण का नाश हुआ। मुख्यमंत्री रायपुर के WRS कालोनी के भव्य दशहरा उत्सवों में भी शामिल हुए।

विधायक बनने से लेकर अब तक, हर साल पहुँचते हैं सीएम
दरअसल सीएम भूपेश बघेल हर साल चरोदा के विजयादशमी कार्यक्रम में हर साल पहुंचते हैं यह परम्परा करीब 20 सालों से चली आ रही है। विधायक बनने से लेकर सीएम तक हर साल सीएम भूपेश चरोदा के कार्यक्रम में पहुंचने का रिकॉर्ड है। उनके पूजा के बाद ही रामलीला की शुरुआत होती है। इसलिए चरोदा में हर साल विशेष आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में उन्होंने रावण के पुतले का दहन किया। यहां रामलीला का भी मंचन किया गया। मुख्यमंत्री ने रामलीला के कलाकारों का अभिनंदन किया।

सतरंगी आतिशबाजी का हुआ आयोजन
चरोदा में विजयादशमी के अवसर पर रावण, मेघनाथ, कुम्भकरण के 50 फिट उंचे पुतले का दहन किया गया। आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा से कलाकरों द्वारा लगभग हजार लोगों की भीड़ के बीच आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया। आंध्रप्रदेश की आतिशबाजी टीम ने एक सप्ताह से अतिशबाजी की तैयारी शुरू की थी। सत्य की विजय के इस पर्व पर पूरा आकाश सतरंगी छटा से रंगीन हो गया। लगभग एक घण्टे तक लगातार आतिशबाजी जारी रही।
महापौर समेत यह सभी रहे उपस्थित
इस मौके पर महापौर निर्मल कोसरे, सभापति कृष्णा चंद्राकर, सीएम भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। साथ ही श्री सार्वजनिक उत्सव दशहरा समिति चरोदा के अध्यक्ष डी विजय, पार्षद एस वेंकट रमना, सुप्रिय टेमभुरकर, हार्मिक सिंह, सुखदेव सिंह सिद्धू , संदीप सिंह, खिलावन सिंह चौहान, पी चिरंजीवी सन्नी, मोनू मखीजा, उपस्थित थे।