
मारुति एस-क्रॉस कंपनी की नेक्सा ब्रांड की पहली मॉडल थी जिसकी अब तक 1.69 लाख यूनिट बेची जा चुकी है। लॉन्च के दौरान इसे दो डीजल इंजन विकल्प के साथ लाया गया था जिसमें 1.3-लीटर यूनिट व 1.6 लीटर यूनिट शामिल है। यह दोनों इंजन ही फिएट से लिये गए थे। इसका 1.3-लीटर डीजल इंजन का इस्तेमाल भारत में Tata, Chevrolet और Premier जैसे कई अन्य कार निर्माता द्वारा किया गया था।

इसके अलावा इसका 1.6-लीटर डीजल इंजन Maruti S-Cross के लिए यूनीक था। यह इंजन 120 बीएचपी की पावर और 320 न्यूटन मीटर का अधिकतम टॉर्क प्रदान करता है। इसके बाद अप्रैल 2020 में मारुति के अन्य मॉडल्स की तरह इसे भी पेट्रोल इंजन के साथ लाया गया था।

यह 1.5-लीटर के-सीरीज पेट्रोल इंजन था, जो माइल्ड-हाइब्रिड तकनीक के साथ आता है। इसके साथ ही लॉन्च के पांच साल बाद इसमें पहली बार ऑटोमेटिक गियरबॉक्स दिया गया था। लॉन्च के बाद इसे शानदार प्रतिक्रिया मिली थी लेकिन कुछ ही समय में बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिस वजह से अब तक इसकी बिक्री सिर्फ 1.69 लाख यूनिट हुई है।

यह कंपनी के अन्य लोकप्रिय मॉडल के लिहाज से बेहद कम है, जिस वजह से इसकी जगह नया मॉडल लाया गया है। जहां एक ओर इस सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही थी, वहीं एस-क्रॉस की बिक्री में कमी आ रही थी। ऐसे कई कारण है जिस वजह मारुति एस-क्रॉस बिक्री में आगे नहीं बढ़ पायी। सबसे पहले तो इसे ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ नहीं उतारा गया।

एक अन्य कारण क्रॉसओवर डिजाइन था, जो एक एसयूवी से जुड़े पहचान को प्रदर्शित नहीं करता था। हैचबैक जैसी प्रोफाइल का ग्राहकों की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। हालांकि मारुति एस-क्रॉस में काफी आरामदायक और विशाल इंटीरियर मिलता था। वहीं ग्राहकों द्वारा इसके इंजन प्रदर्शन को खूब पसंद किया गया था।

इसकी जगह पर ग्रैंड विटारा को लाया गया है। इसे भारत में 10.45 लाख – 19.65 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की कीमत पर उतारा गया है। बता दें कि ग्रैंड विटारा को माइल्ड-हाइब्रिड और स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इंजन विकल्प में भी पेश किया गया है। नई ग्रैंड विटारा बाजार में टोयोटा हायराइडर, किया सेल्टोस और हुंडई क्रेटा से मुकाबला करेगी।

ड्राइवस्पार्क के विचार
मारुति एस-क्रॉस कंपनी की एक अच्छी मॉडल थी लेकिन डिजाईन सहित कुछ कारण की वजह से सफल नहीं हो पाई। इसके साथ ही कंपनी ने समय के साथ अपडेट नहीं किया, जिस वजह से यह प्रतिस्पर्धियों के सामने नहीं टिक पायी।