
दरअसल एक शख्स को उस समय झटका लगा, जब उसने ऑफिस से घर वापस आने के लिए 15 मिनट की कैब बुक करी और इन चंद मिनटो की सवारी के लिए उसे 35,477 जीबीपी (लगभग 32.39 लाख रुपये) का कैब किराया बताया गया। बता दें कि जीबीपी ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग का शॉर्ट फॉर्म है। जो यूनिइटेड किंगडम करेंसी है।

जिसके साथ यह घटना हुई उस शख्स का नाम ओलिवर कपलान है और उम्र 22 साल है। उन्होंने अन्य दिनों की तरह उबर से एक कैब बुक की थी और अपने ऑफिस से लगभग 15 मिनट की दूरी पर विचवुड के एक पब के पास उतरने के लिए ड्रॉप-ऑफ स्थान निर्धारित किया। उस समय, कपलान को सफर के लिए 10.84 जीबीपी (करीब 989 रुपये) तक का किराए का अनुमान दिखा था।

लेकिन जब अगले दिन कापलान सुबह सो कर उठता है तो उसे उबर की ओर से एक परेशान करने वाला संदेश मिलता है, जिसमें लिख का आया था कि उनकी पिछली रात की सवारी का बिल लगभग 32 लाख रुपये का है।

कपलान ने तुरंत उबर से संपर्क किया और पता लगाया कि कैसे उससे एक छोटी सी सवारी के लिए इतनी बड़ी रकम बताई जा रही है। जब उबर ने इसको लेकर जांच-पड़ताल की तो उसने पाया कि ये सब कुछ तकनीकी समस्या के कारण हो रहा है।

दरअसल हुआ ये था कि उन्होंने जिस स्थान को खुद के उतरने के लिए चुना था हुबहू उसी नाम का एक स्थान ऑस्ट्रेलिया में भी था। जिसे उबर के ऐप ने तकनीकी रूप से समस्या होने की वजह से सेट कर दिया था। कुल मिलाकर कपलान को जो बिल मिला था, वह हजारों किमी की यात्रा के आधार पर तैयार किया गया था।

गनीमत यह रही कि, कपलान के खाते में इतनी बड़ी मात्रा में धनराशि नहीं थी जिसकी वजह से उबर उस राशि की कटौती नहीं कर पाया। यदि उसके खाते यह धनराशि होती तो शायद वह इससे हाथ धो बैठता। खाते में पर्याप्त बैलेंस न होने की वजह से बाद में उसे एक सिस्टम जनरेटेड संदेश प्राप्त हुआ।

यह घटना बड़ी ताज्जुब करने वाली लगती है। हालांकि यह अकेली ऐसी घटना नहीं है। इससे पहले 2020 में भी ऐसी घटना सामने आ चुकी है। जब एक अन्य ब्रिटिश छात्र ने एक गलती से गलत डेस्टिनेशन में प्रवेश करने के बाद 1,536 जीबीपी (लगभग 1.39 लाख रुपये) का बिल थमाया गया था।

यही नहीं बताया गया कि कैब में सफर कर रहा छात्र कैब में ही सो गया था और अपने पिकअप पॉइंट से 250 मील दूर पांच घंटे के बाद उठा, तब तक उसके लिए भारी भरकम किराए का बिल बन चुका था।