दुर्ग। दुर्ग नगर निगम में शहर को स्वच्छ और सुव्यवस्थि बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने कि कार्रवाई की जा रही है। इस ताबड़तोड़ कार्रवाई का दहशत अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों में देखने को मिल रहा है। दुर्ग निगम में प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस अधिकारी लक्ष्मण तिवारी नियुक्ति के बाद अतिक्रमण हटाने कार्रवाई शुरू की है। वे स्वयं स्थल पर रहकर कार्रवाई कर रहें हैं। इस बीच राजनीतिक रसूख दिखाने वाले विधायक और नेता भी उन्हें रोकने में असफल रहे।
प्रशिक्षु आईएएस लक्ष्मण तिवारी की इस कार्रवाई से प्रभावित व्यापारियों ने कार्रवाई को रोकने दुर्ग विधायक अरुण वोरा से गुहार लगाई तो अरुण वोरा स्वयं वहां पहुंच गए। लेकिन बुलडोजर पहिया रोकने पहुंचे अरुण वोरा की एक न चली। आयुक्त से घण्टे भर बहस करने के बाद अरुण वोरा वहां से निकल गए। वोरा ने उन्होंने आयुक्त को कार्रवाई रोकने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शहर को सुंदर बनाने के लिए अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कि जा रही है जनप्रतिनिधि होने के नाते कृपया सहयोग प्रदान करें।
लोकेश चन्द्राकर की जगह तिवारी को मिला जिम्मा
दरअसल दुर्ग नगर निगम में आयुक्त लोकेश चंद्राकर के स्थान पर राज्य शासन ने एक प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस अधिकारी लक्ष्मण तिवारी की भी पदस्थापना की हुई है। प्रशिक्षु आयुक्त ने आते ही दुर्ग निगम क्षेत्र अतिक्रमण वाले क्षेत्रों में ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी। निगम आयुक्त को रोकने जनप्रतिनिधियों से फोन कराए गए लेकिन किसी की नहीं सुने। अब ऐसे में सभी व्यापारी दहशत में हैं।
दुर्ग के नए कमिश्नर लक्ष्मण तिवारी ने दुर्ग के बोरसी से महाराजा चौक और पोटिया रोड में सड़कों व नालियों पर अतिक्रमण हटाने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान सड़क किनारे और चौक-चौराहों पर लगाए गए बैनर-पोस्टर को हटाया गया। एक दिन पहले ही सराफा व्यापारियों से उनकी कार्रवाई को लेकर काफी नोकझोंक हुई थी। लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं रोकी। दो दिनों तक सुबह से लेकर शाम तक कार्रवाई चली। इस दौरान बड़ी-बड़ी दुकानों और स्टोर के सामने हुए अतिक्रमण को हटाया गया।
कमिश्नर स्वयं खड़े होकर करवा रहे कार्रवाई
इस मामले में खास बात यह है कमिश्नर कार्रवाई के दौरान पूरे समय खुद वहां खड़े रहे। विधायक ने तिवारी को कार्रवाई को रोकने के लिए कहा, लेकिन तिवारी ने कहा कि वो कार्रवाई नहीं रोकने वाले। इसके बाद विधायक घंटों उनसे बहस करते रहे,
बोरसी से लेकर महाराज चौक तक विज्ञापन के बोर्ड हटाये गए। कार्रवाई पिछले दो दिनों से चल रही है। कल हुई कार्रवाई में नालियों के ऊपर बनाये गए स्लैब, बाउंड्रीवाल, दुकान के बाहर सजावट लाइटिंग साइन बोर्ड सहित अन्य कब्जा को हटवाया गया।