Photo:INDIA TV गूगल अकाउंट को इन स्टेप्स के माध्यम से करें सिक्योर हाल ही में डेटा सुरक्षा को लेकर पूरी दुनिया में बहुत हलचल मची है। फेसबुक के संचालक मार्क जकरबर्ग को इस सिलसिले में कोर्ट में पेश भी होना पड़ा है। पर गौर करें तो सोशल मीडिया से कहीं ज़्यादा रिस्क हमारे गूगल अकाउंट्स के हैक होने पर हो सकती है। गूगल अकाउंट्स न सिर्फ आपकी ईमेल सुरक्षित रखते हैं बल्कि आपके सारे ऐप्स के लॉगिन पासवर्ड, आपका आधार कार्ड और पैन कार्ड, यहां तक कि आपके क्रेडिट-डेबिट कार्ड की जानकारी भी गूगल में सेव होती है। हालांकि गूगल अपनी तरफ से इन जानकारियों को किसी भी प्रकार से साझा नहीं करता है लेकिन आपका अकाउंट अगर मजबूती से इंक्रिप्ट न हो तो ये आसानी से हैक हो सकता है। लेकिन आप इन आसान स्टेप्स से अपने अकाउंट को सिक्योर कर सकते हैं। ये तरीके करेंगे आपकी मदद सबसे पहले तो आप अपने गूगल अकाउंट का पसवॉर्ड बदल कर कुछ ऐसा करें जो आसानी से किसी की पकड़ में न आ सके। गूगल खुद भी कई स्ट्रांग पासवॉर्ड्स सजेस्ट करता है। याद रखें कि आपके पासवॉर्ड में अल्फाबेट और नम्बर्स के साथ-साथ स्पेशल कैरेक्टर्स भी हों। ज्यादा स्पेशल कैरेक्टर्स आपके पासवर्ड को ज्यादा सिक्योर करते हैं। दूसरा आप ध्यान रखें कि गूगल की टू वे वेरीफिकेशन सर्विस एक्टिव हो। इसमें किसी भी नये डिवाइस में लॉगिन करते वक्त पासवर्ड के साथ-साथ एक ओटीपी भी मांगा जाता है। यूँ हैक करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसके आपका मोबाईल नंबर गूगल अकाउंट के साथ लिंक होना बहुत ज़रूरी है। तीसरे नंबर पर आप अपने गूगल ब्राउज़र और एप को अपडेट ज़रूर रखें। गूगल की हर अपडेट में सिक्युरिटी फीचर्स को और मजबूत किया जाता है। इक्स्पाइर्ड एप हैक करना ज्यादा आसान होता है। सिक्युरिटी के लिए चौथा स्टेप गूगल की सिक्युरिटी चेक सर्विस है। आप गूगल पर लिखिए सिक्युरिटी चेक-अप और गूगल द्वारा पहली वेबसाइट पर आए चेक-अप फीचर को इस्तेमाल कीजिए। यह चेक-अप आपके अकाउंट में अगर कोई हैकिंग की गुंजाइश है तो उसे खत्म करने में मदद करेगा। पांचवा स्टेप है कि आप अपने मोबाइल फोन और डेस्कटॉप में सिर्फ उतने ही ऐप और सॉफ्टवेयर रखिए जिनकी आपको जरूरत हो, जो नियमित रूप से काम आते हों। ऐसा इसलिए क्योंकि कई हैकिंग कम्पनीज किसी किसी विज्ञापन पर क्लिक करते ही आपके फोन में या सिस्टम में एप इंस्टॉल कर देती हैं, आपको जानकारी भी नहीं होती कि ये ऐप कब आपके सेट में आया और वो ही ऐप, आपके सिस्टम या मोबाइल को नुकसान पहुंचा सकता है। बाकी इन पांचों स्टेप्स के साथ-साथ कोशिश कीजिए कि प्रोमोशनल मेल और मैसेज का जवाब न दें क्योंकि ये स्पैम मैसेज और मेल भी कई बार हैक करने के लिए इस्तेमाल होती हैं। Share This OnClick to share on Twitter (Opens in new window)Click to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Click to share on WhatsApp (Opens in new window) RELATED Post navigation Facts About Twitter: ट्विटर के दस फैक्ट्स, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जायेंगे! Good News: पेट्रोल-डीजल होगा इतने रुपये सस्ता, जनवरी के बाद कच्चे तेल का भाव गिरकर सबसे कम हुआ