Wikipedia बैन करने को लेकर पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी (PTA) का कहना है कि विकीपीडिया ने दिए गए 48 घंटे के अल्टीमेटम का पालन नहीं किया, इसलिए उस पर बैन लगाना पड़ा। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, विकीमीडिया फाउंडेशन, जो कि विकीपीडिया को भी चलाती है, ने कहा कि विकीपीडिया को बैन करने का मतलब है कि पाकिस्तानी जनता अब को सबसे बड़े ज्ञान भंडार से वंचित रहना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में ईश-निंदा बहुत अधिक संवेदनशील और भड़काऊ मामला माना जाता है। इसके पहले भी देश Tinder, Facebook और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी बैन लगा चुका है।
पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी के प्रवक्ता मलाहत ओबैद ने कहा कि विकीपीडिया ने उनके लगातार पत्राचार का कोई जवाब नहीं दिया। जिसमें ईश-निंदा संबंधित कंटेंट को हटाने के लिए कहा गया था। उन्होंने इसमें से कुछ चीजें तो हटा दीं लेकिन पूरा कंटेंट नहीं हटाया। ओबैद ने आगे कहा कि जब तक कि पूरा विवादित कंटेंट प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया जाता है, तब तक पाकिस्तान में विकीपीडिया पर बैन बना रहेगा। हालांकि संबंधित सामग्री के पूछे जाने पर इसका खुलासा नहीं किया गया।
दूसरी ओर, रिपोर्ट के मुताबिक, Wikimedia Foundation का कहना है कि अगर बैन ऐसे ही जारी रहता है तो यह पाकिस्तान से संबंधित जानकारी, इसका इतिहास और संस्कृति से संबंधित जानकारी का एक्सेस हर किसी के लिए बंद कर देगा। यानि कि कोई भी व्यक्ति फिर पाकिस्तान से संबंधित जानकारी को विकीपीडिया पर नहीं देख पाएगा। इससे पहले 2010 में पाकिस्तान ने YouTube पर भी इसी तरह के कंटेंट के कारण बैन लगा दिया था। इसके अलावा उसी साल Facebook को भी एक कैम्पेन चलाने के कारण, जिसमें ईश-निंदा का आरोप था, देश में ब्लॉक किया गया था। यहां तक कि डेटिंग ऐप Tinder और Grindr को भी कुछ ऐसे ही कंटेंट के कारण पाकिस्तान में ब्लॉक कर दिया गया था।
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