ग्लोबल स्लोडाउन के कारण बीते 1 महीने में लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवा दी है। अगर इस आंकड़े को रोजाना के स्तर पर देखें तो साल के पहले महीने में रोज 3300 लोगों ने नौकरी गंवाई है। IANS की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें दुनियाभर की लगभग 288 कंपनियों का औसत शामिल है। Amazon ने 18 हजार कमर्चारियों की छंटनी की है जो कि इस दौरान किसी टेक कंपनी में होने वाली सबसे बड़ी छंटनी है। उसके बाद नम्बर आता है Google का, जिसने 12 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। तीसरे नम्बर पर Microsoft है जिसने लगभग 10 हजार लोगों की छंटनी की है।
बात यहीं खत्म नहीं होती। कुछ बड़ी कंपनियों जैसे Salesforce ने 7000 लोगों को नौकरी से निकाला है। IBM के लिए यह आंकड़ा 3900 है और SAP ने 3000 कर्मचारियों को कम कर दिया है। पिछले साल की बात करें तो, रिपोर्ट कहती है कि 2022 में 1000 कंपनियों में से 1 लाख 54 हजार 336 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया था। यानि कि 2022 और 2023 की जनवरी का कुल आंकड़ा 2.5 लाख के करीब पहुंच जाता है।
इसमें कई कारक बताए गए हैं जिनमें से ओवरहायरिंग, यानि कि जरूरत से ज्यादा लोगों को हायर कर लेना, कोविड 19 महामारी, कॉस्ट कटिंग जैसी चीजें शामिल हैं। कहा गया है कि Meta ने 11 हजार लोगों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया तो OLX ने 1500 लोगों को निकाला और वर्कफोर्स को 15% घटा दिया। इसके अलावा BYJU’s ने इंजीनियरिंग टीम से 15% कर्मचारियों की छंटनी कर दी। PayPal ने हाल ही में 2000 कर्मचारियों को निकालने की घोषणा की है। आने वाले समय में कुल आंकड़ा और भी बड़ा होने की संभावना बनी हुई है।