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पदभार ग्रहण करते ही नशा मुक्ति कार्यक्रम के तहत निजात अभियान शुरू..

बिलासपुर। नशे के विरुद्ध अभियान चलाकर अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त आईपीएस संतोष सिंह ने बिलासपुर जिले में पदभार ग्रहण करते ही नशा मुक्ति कार्यक्रम के तहत निजात अभियान शुरू किया है। जिसका मूल मंत्र नशे को ना जिंदगी को हां है। आज अभियान की शुरुआत आईजी बद्रीनारायण मीणा,एसपी संतोष सिंह ने निजात अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर की। एसपी संतोष सिंह ने बिलासपुर जिले में ज्वाइन करने के साथ ही यह स्पष्ट संदेश दे दिया था की या तो नशा कारोबारी अपना कारोबार बदल देंगे या जिला छोड़ देंगे नहीं तो वे जेल में रहेंगे। उन्होंने नशे पर प्रभावी कार्यवाही रोकथाम व नशा एडिक्टेड लोगों के पुनर्वास के लिए निजात अभियान की आज औपचारिक शुरुआत की। एसपी संतोष सिंह के इस कार्यक्रम में आईजी बद्री नारायण मीणा आईएमए अध्यक्ष डॉ प्रशांत द्विवेदी पूर्व अध्यक्ष अविज़िद रायजादा, आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख प्रितपाल सिंह गुंबर, प्रजापति ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय के बिलासपुर इकाई की प्रमुख मंजू दीदी, रोटरी क्लब से पायल लाठ उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर व छत्तीसगढ़ के राजकीय गाना अरपा पैरी के धार गाकर की गई। कार्यक्रम की शुरुआत में एडिशनल एसपी ग्रामीण राहुल शर्मा ने निजात अभियान के बारे में जानकारी दी। उसके बाद एसपी संतोष सिंह ने अभियान के विभिन्न चरणों के बारे में अवगत कराया। जिसमें एसपी ने बताया कि नशे के अवैध सौदागरों के खिलाफ कार्यवाही व लोगों को नशा मुक्ति करवा के खुशहाल जीवन में वापसी के लिए जिला पुलिस ने यहां अभियान चलाया है, जिससे समाज में पुलिस की सकारात्मक भूमिका परिलक्षित हो। एसपी ने बताया कि अभियान तीन चरणों में चलेगा। पहले चरण में अवैध नशा का कारोबार करने वालों पर कार्यवाही, नशे की सामग्री जब्ती की जाएगी। दूसरे चरण में जन जागरूकता चलाकर लोगों को नशे से दूर रहने वह दूसरों को नशे से दूर रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस चरण में दवाई दुकान वालों को भी बिना डॉक्टर प्रिसक्रिप्शन के नशीली दवाई किसी को न बेचने के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही नशा के दुष्परिणामों से लोगों को अवगत करवाया जाएगा। कार्यक्रम के तीसरे चरण में डीएडिक्शन व नशा मुक्ति के लिए काउंसलिंग कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों का भी सहयोग लेगी। जिसमें डॉक्टर व मनोचिकित्सक लोगों को नशे की लत से उबारने में काउंसलिंग करवाकर मदद करेंगे। यह अभियान का अंतिम चरण होगा।

अभियान के तहत समाज के सभी वर्गों को इसमें सहभागिता निभाने के लिए आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम मैं अपना उदबोधन देते हुए आईजी बद्रीनारायण मीणा ने कहा कि बिलासपुर के वर्तमान एसपी संतोष सिंह ने अन्य जिलों में भी पदस्थ रहते हुए नशे के खिलाफ काफी प्रभावी कार्यवाही की है। और इसके लिए निजात अभियान चलाया है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं। उन्होंने एसपी संतोष सिंह और उनकी पूरी टीम को इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी है। आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान के प्रितपाल सिंह गुंबर ने बताया कि पूर्व में भी उनके संस्थान के माध्यम से नशा मुक्ति के कार्यक्रम होते रहे हैं। पर यह एकतरफा नहीं हो सकता इसके लिए समाज को आगे आना होगा। मेडिटेशन के माध्यम से लोगों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया जा सकता है। प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज की मंजू दीदी ने कहा कि नशे को शुरुआत से ही से रोका जाना चाहिए, नहीं तो यह विकराल रूप ले लेता है। योगा व मेडिटेशन से इससे बचा जा सकता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रोटरी क्लब की पायल लाठ ने कहा कि एक स्वस्थ समाज के लिए नशा मुक्त होना समाज जरूरी है। एक नशा मुक्त व्यक्ति ही स्वस्थ रहकर अपनी पारिवारिक व सामाजिक जिम्मेदारियों का पालन कर सकता है। इसके लिए हमें नशे से कोसों दूर रहना चाहिए व जो नशे के आदी हो गए हैं उनका पुनर्वास कर उन्हें भी नशे से दूर करना चाहिए। उन्होंने नशे के खिलाफ अभियान में समाज के सभी वर्गों को सामने आने की अपील की है

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष डॉ प्रशांत द्विवेदी व लगातार अध्यक्ष रह चुके पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अविजिद रायजादा भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि यदि पूर्व से बीमार कोई व्यक्ति नशे का सेवन करता है तो उसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं ,और स्वास्थ्य के लिए गम्भीर परेशानियां हो सकती है। उन्होंने एसपी संतोष सिंह के अभियान को यथासंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। सिरगिट्टी टीआई पौरुष पुर्रे ने निजात पाना है शीर्षक की कविता सुनाई व लोगों को नशा मुक्त रहने का संदेश देते हुए बिलासपुर को नशा मुक्त करने की अपील की। एसपी संतोष सिंह के मार्गदर्शन में बनी एक लघु नाट्य फ़िल्म दिखाई गई। जिसमें बताया गया कि एक युवा कैसे नशे की हालत में अपनी जिंदगी बर्बाद करता रहता है फिर मार्गदर्शन मिलने पर नशा मुक्त होकर पुलिस की नशे के खिलाफ अभियान में मदद करता है। उक्त कार्यक्रम में महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल व सरकंडा के ड्रीमलैंड स्कूल के बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संदेश दिया कि नशे से किस तरह युवाओं की जिंदगी बर्बाद होती है इसलिए इससे दूर ही रहें। कार्यक्रम के अंत में आईजी बद्रीनारायण मीणा एसपी संतोष सिंह ने निजात रात को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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