C919 की पहली उड़ान शंघाई स्थित होंगकियाओ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 10:32 बजे चली और दोपहर 12:31 बजे बीजिंग कैपिटल इंटरनेशल एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से उतरी। The Guardian की रिपोर्ट के अनुसार, इसका कोडनेम MU9191 था। फ्लाइट पर लिखा था- The World’s First C919
फ्लाइट को चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने ऑपरेट किया था। इस फ्लाइट में 130 के लगभग यात्री मौजूद थे। यह चीन का घरेलू तौर पर विकसित किया गया एयरप्लेन है। इसकी सफल उड़ान के बाद अब चीन बोइंग और एयरबस जैसे मेकर्स के साथ प्रतिस्पर्धा में आ गया है। प्लेन का डिजाइन और अधिकतर पुर्जे चीन ने खुद ही बनाए हैं। लेकिन इंजन समेत कुछ अत्यंत जरूरी पार्ट पश्चिमी देशों से भी मंगवाए गए हैं। कमर्शियल एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन ऑफ चाइना (COMAC) का लक्ष्य हर साल C919 के 150 जेट का निर्माण करने का बताया जा रहा है।
एयरक्राफ्ट ने 2017 में अपनी पहली सफल उड़ान भरी थी। उसके बाद इसे सितंबर 2022 में चीन की एविएशन अथॉरिटी से उड़ान भरने के लिए सर्टिफिकेट मिला था। C919 को पूरी तरह से कमर्शिअल एयरस्पेस में एंट्री के लिए कई तरह के टेस्ट से गुजारा गया जिसमें हाई टेम्परेचर, हाई ह्यूमिडिटी, हाई कोल्ड, तूफान जैसी परिस्थितियों में किए गए टेस्ट शामिल रहे। कई महीनों की टेस्टिंग के बाद इसे कमर्शियल फ्लाइट के रूप में सफलता मिली है।
C919 को पहला नैरो बॉडी पैसेंजर जेट कहा जाता है जो चीन ने तैयार किया है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा उतरता है और Boeing के 737 व Airbus के A320 जैसे एयरक्राफ्ट्स को टक्कर देने के लिए बनाया गया है। C919 में 158 से लेकर 192 तक सीट्स दी गई हैं और इसकी रेंज 4.075 किलोमीटर से लेकर 5,555 किलोमीटर तक बताई गई है। COMAC के पास इस तरह के 1200 प्लेन बनाने का ऑर्डर पहले ही आ चुका है।
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