वर्जिन गैलेक्टिक की स्थापना 2004 में हुई थी। करीब 19 साल बाद कंपनी की पहली कमर्शल स्पेस फ्लाइट ने गुरुवार को उड़ान भरी। इसे गैलेक्टिक 01 (Galactic 01) नाम दिया गया था। गैलेक्टिक 01 मिशन में 6 लोग शामिल थे। इनमें 4 क्रू मेंबर और 2 पायलट थे। फ्लाइट न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान से पृथ्वी से 80 किलोमीटर ऊपर ले जाई गई। आमतौर पर अंतरिक्ष की उड़ान के लिए भारी भरकम रॉकेट इस्तेमाल होते हैं, लेकिन वर्जिन गैलेक्टिक ने इसके लिए एयरक्राफ्ट बनाया है।
कंपनी अपने इस एयरक्राफ्ट को ‘मदरशिप’ कहती है। रनवे से उड़ान भरने के बाद ‘मदरशिप’ 15 हजार फीट की ऊंचाई तक जाती है, जहां स्पेसशिप मदरशिप से अलग हो जाता है। मदरशिप’ से अलग होने के बाद स्पेसशिप साउंड की स्पीड से तीन गुना रफ्तार से आगे बढ़ते हुए अंतरिक्ष में पहुंचता है। Virgin Galactic के अनुसार, आखिरी पॉइन्ट पर पहुंचने के बाद यात्री कुछ देर के लिए जीरो ग्रेविटी का अनुभव करेंगे। फ्लाइट का कुल सफर 90 मिनट होगा, जिसके बाद, स्पेसशिप धरती पर लौटेगा और एक खास विशाल रनवे पर लैंड करेगा। फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है कि आने वाली फ्लाइट की टाइमिंग या उड़ने और लैंड करने का प्रोटोकॉल पहली फ्लाइट के समान होगा, या उसमें कोई बदलाव किए जाएंगे।
बताया जाता है कि वर्जिन गैलेक्टिक ने अपनी कमर्शल स्पेस फ्लाइट्स के लिए अबतक 800 टिकट बेचे हैं। अलजजीरा के अनुसार, उसने साल 2005 से 2014 के बीच 600 टिकट बेचे। इनकी कीमत 2 से 2.5 लाख डॉलर के बीच थी। उसके बाद से 200 टिकट और बेचे गए हैं, जिनकी कीमत प्रति टिकट साढ़े 4 लाख डॉलर (3.70 करोड़ रुपये) थी। वर्जिन गैलेक्टिक की दूसरी स्पेस फ्लाइट के अगस्त में उड़ान भरने की उम्मीद है। दूसरी फ्लाइट से उन लोगों का स्पेस सफर शुरू होगा, जिन्होंने टिकट खरीदे हैं।