बारिश रुकने के बाद गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। वायरल बीमारियों की शिकायतें भी बढ़ने लगी हैं। सिम्स और जिला अस्पताल में हर दिन डायरिया के 100 से ज्यादा और आई फ्लू के करीब 50 केस पहुंच रहे हैं। सामान्य सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज भी सैकड़ों में है। दोनों अस्पतालों में एक हजार से ज्यादा मामले डायरिया और आई फ्लू के 500 मामले आ चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में मच्छर पनपेंगे, इससे आने वाले दिनों में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के केस भी बढ़ेंगे। दैनिक भास्कर ने विशेषज्ञों से जाना कि मौसमी बीमारियों के कारण क्या हैं और लोगों को क्या सावधानी रखनी चाहिए।
उपाय: हाथों की साफ-सफाई का ख्याल रखें। स्ट्रीट फूड से परहेज करें। बर्तनों को साफ पानी से धोएं। घर का बना ताजा- गर्म खाना खाएं, उच्च तापमान में बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। दूषित पानी पीने से बचें।-डॉ. गायत्री बांधी, टीवी एवं क्षय रोग
उपाय: चिकनगुनिया एक वायरस से फैलती है। इससे बचने के लिए अपने आसपास साफ सफाई रखें। मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं। फूल शर्ट पहनें। मच्छरदानी लगाकर सोएं तो ज्यादा बेहतर होगा। -डॉ. अशोक बंजारे, मेडिकल ऑफिसरजिला अस्पताल
उपाय: घर के आसपास व अंदर पानी न जमा होने दें। कूलर में पानी है, तो इसमें कैरोसिन तेल डालकर रखें। इससे मच्छर नहीं पनपते।पानी की टंकियों को खुला न छोड़ें। फुल स्लीव और पैरों को ज्यादा से ज्यादा ढकने वाले कपड़े पहनें।-डॉ. वीके वैष्णव, जिला मलेरिया अधिकारी
उपाय: बासी खाना न खाएं। पानी छानकर और उबालकर पीएं। खुले स्थानों का कोई भी खाद्य पदार्थ लेने से बचें। डायरिया में शरीर में पानी की कमी होती है,ओआरएस का घोल पीएं। बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें। -डॉ. पंकज टेंभुर्णिकर, एचओडी मेडिसिन, सिम्स
उपाय: आंखों को साफ पानी से धोते रहें। चश्मा लगाकर ही घर से बाहर निकलें। दूसरे का रुमाल या चश्मा उपयोग न करें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें। हाथों को साफ रखें बारिश में भीगने से बचें। खुजली होने पर आंखों को न रगड़ें।-डॉ. रोहित गहवई, नेत्र सर्जन जिला अस्पताल
कारण: टाइफाइड एक गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल इंफेक्शन है। गंदा पानी या खाने के कारण होता है। सही इलाज ना मिलने पर पेशेंट की परेशानी बढ़ सकती है।
कारण: बरसात के मौसम में होने वाली यह खास बीमारी भी मच्छरों से फैलती है। ये मच्छर आमतौर पर ओवरहेड टैंक, कूलर, पौधों और पानी के पाइपों में पाए जाते हैं। एडीज मच्छर से यह इंफेक्शन होता है।
कारण: फीमेल एडीज मच्छर के काटने से होता है, जो आमतौर पर दिन या शाम होने से पहले काटते हैं। डेंगू के दौरान प्लेटलेट काउंट में भारी कमी होने का रिस्क होता है। समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह डेंजरस भी हो सकता है।
कारण: डायरिया दूषित पानी या भोजन से होता है। कई बार डायरिया होने पर थकान, उल्टी, पेट में दर्द या वजन कम होने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। डायरिया की समस्या काफी कम समय के लिए होती है।
कारण: यह ज्यादातर धूल भरे मौसम में या सर्द-गर्म मौसम में फैलता है। वायरस, बैक्टीरिया, फंगस के संक्रमण की वजह से आई फ्लू होता है। इससे आंखों में जलन होती है। यह एक एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होता है।
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