जिले की आंगनबाड़ियों की जांच के लिए भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग के उप सचिव दयाशंकर दुर्ग पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध कराए जाने वाले भोजन, कुपोषित बच्चों की जानकारी ली। साथ ही गर्भवतियों महिलाओं को स्वयं भोजन भी कराया। बच्चों ने उन्हें कविता पढ़कर सुनाया। इसके बाद पोषण वाटिका में फल, सब्जी दिए जाने की जानकारी दी। एक बच्चे का जन्मदिन भी मनाया।
वहीं एक का अन्न प्रासन्न भी कराया। दिल्ली से आई टीम आंगनबाड़ी केन्द्र-12 पाटन पहुंची। यहां पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति, वीएचएस एनडी की गतिविधियों, पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, पोषण ट्रैकर एप में डाटा एंट्री सबंधी कार्यों की जानकारी ली। यहीं के बच्चों ने कविता सुनाई। कार्यकर्ता ने पोषण ट्रैकर एप के बारे में बताया। आंगनबाड़ी केन्द्र में पोषण वाटिका भी देखी। वहां उगाई गई सब्जी-फलों को देख कर काफी खुश जाहिर की। इसके बाद टीम मानिकचौरी और कातरो गई।
सखी सेंटर और बालगृह का भी निरीक्षण किया
टीम सखी वन स्टाप सेंटर पहुंची। जहां मानसिक रोगी महिलाओं के लिए अलग से कमरा, महिलाओं की काउंसिलिंग के लिए कमरा, बाउन्ड्रीवाल, गार्ड रूम, गार्डन जिला प्रशासन ने बनवाया गया है। टीम शासकीय बालगृह, संप्रेक्षण गृह भी गई। निरीक्षण के दौरान अवर सचिव विवेक धसमाना, जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन, एस्कार्ट ऑफिसर जितेन्द्र साव, परियोजना अधिकारी सुमीत गंडेचा मौजूद थे।