छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 5 साल की मासूम से रेप की वारदात हुई। बच्ची से 14 साल के पड़ोसी लड़के ने दुष्कर्म किया। मां ने कहा कि, डर के चलते पहले तो बच्ची सच नहीं बता पाई। लेकिन जब दर्द बढ़ा तब इसका खुलासा हुआ। वहीं शर्मनाक घटना के बाद सरपंच ने भी पुलिस पर असंवेदनशीलता दिखाने और लापरवाही करने जैसे आरोप लगाए हैं।
दैनिक भास्कर को सरपंच ने पुलिस का जो रवैया बताया वह चौंकाने वाला था। उन्होंने बताया कि, थाना प्रभारी शिवम राजपूत से जब कहा गया कि बच्ची की हालत गंभीर है,अस्पताल ले चलो। तो उन्होंने कहा कि आपको इतनी तकलीफ हो रही है, तो खुद की गाड़ी पर मेकाहारा लेकर जाओ। फिर उन्होंने बच्ची के पिता को FIR दर्ज करने के नाम पर भी करीब 3 घंटे थाने में बैठाकर रखा।
इस पूरी घटना को लेकर बच्ची के माता-पिता,परिजनों समेत गांव के सरपंच ने दैनिक भास्कर डिजिटल से बातचीत की। जिसमें उन्होंने पूरी वारदात का खुलासा किया।
बच्ची की मां ने बताया बेटी पहले डरकर बात छिपा रही थी। लेकिन जब दर्द बढ़ा तो उसने सच्चाई बतायी।
‘बच्ची ने डर के चलते पहले सच नहीं बताया’
इस घटना को लेकर बच्ची की मां ने बताया कि ये घटना 1 बजे के आसपास की है। मुझे दोपहर 3 बजे के आसपास ये बात पता चली। शुरू में बच्ची डरकर ये बात नहीं बता रही थी कि मुझे मम्मी मारेगी। लेकिन जब दर्द ज्यादा हुआ तो उसने कहा कि उसने मेरे साथ गंदा काम हुआ है। फिर मैंने तुरन्त बच्ची के पिता को फोन कर घर बुलाया।
पिता ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पिता ने कहा- कड़ी से कड़ी सजा हो
पीड़िता बच्ची के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। घटना के वक्त वो ड्यूटी में थे। उन्होंने भास्कर को बताया कि दोपहर 3 बजे के करीब पत्नी का फोन आया। तो उन्होंने कहा कि बच्ची की तबीयत ठीक नहीं है जल्दी घर आ जाओ। फिर हम उसे धरसींवा के सामुदायिक केंद्र लेकर गए।
गांव के सरपंच ने धरसींवा थाना पुलिस पर असवेंदनशीलता और लापरवाही बरतने आरोप लगाए है।
बाइक से बच्ची को लाया गया हॉस्पिटल
दुष्कर्म का पता लगते ही माता-पिता तुरंत बाइक से स्थानीय सामुदायिक केंद्र लेकर गए। जहां मौजूद स्टॉफ को बच्ची की हालत देखकर रेप का अंदाजा लग गया। बच्ची की हालत गम्भीर थी। उसके बाद पिता पुलिस को सूचना देने धरसींवा थाने गए। करीब 6 बजे के आसपास गांव के सरपंच भी परिजनों के साथ थाने पहुंचे।
रायपुर रेफर के लिए भी एंबलुेंस नहीं मिली
गांव के सरपंच ने कहा कि थानेदार ने बच्ची के पिता को FIR करने के नाम पर 3 घंटे तक बैठाया हुआ था। जबकि उसे अपने बेटी के साथ होना था। उन्होंने जब इस बात को कहा तो थानेदार ने उन्हें डांटते हुए कहा कि तुम्हें इतनी तकलीफ हो रही है, तो खुद की गाड़ी में मेकाहारा ले जाओ। हमारे पास एंबुलेंस की सुविधा नहीं है।
आगे उन्होंने बताया कि दर्द में रोती बच्ची को रात 9 बजे के आसपास पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी में लेकर मेकाहारा अस्पताल पहुंची।

परिजनों ने बताया कि बच्ची को पुलिस ने एम्बुलेंस की जगह पेट्रोलिंग गाड़ी पर अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल के जमीन पर बैठी दिखी बच्ची और मां
इस घटना के बाद जब बच्ची को मेकाहारा अस्पताल लाया गया। तो डॉक्टरों ने शुरूआती चेकअप किया। उसके बाद जब भास्कर की टीम वहां पहुंची तो बच्ची और उसकी मां वार्ड के बाहर गैलरी के एक किनारे पर जमीन पर बैठी हुई दिखी। यह तस्वीर किसी भी इंसान को झकझोर करने वाली थी।

रायपुर में 5 साल की बच्ची से उसके पड़ोसी नाबालिग ने दुष्कर्म किया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पूरी घटना क्या थी?
जानकारी के मुताबिक,धरसींवा थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाला नाबालिग लड़का अपने पड़ोस में रहने वाली 5 साल की बच्ची को बहला-फुसलकर अपने साथ ले गया। उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। जब बच्ची की हालत बिगड़ने लगी और वो जोर-जोर से रोने लगी।
इसके बाद पूरा मामला अस्पताल और पुलिस थाने पहुंचा। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। नाबालिग आरोपी की भी गिरफ्तारी की जा चुकी है।