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रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड को पर्यावरण विभाग ने जारी किया नोटिस..

रायगढ़। पर्यावरण विभाग रायगढ़ ने अब अडाणी पावर की रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड पर कार्रवाई की है। बड़े भंडार स्थित प्लांट परिसर में प्रदूषण का स्तर अधिक पाया गया। इसके अगले ही दिन छग पर्यावरण संरक्षण मंडल के रायपुर मुख्यालय में ईडी ने धावा बोल दिया। उसके बाद से पर्यावरण विभाग का पूरा स्टाफ हलाकान है। छग में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छह महीने से लगातार छापेमारी की है जो अब भी चल रही है। कभी भी कहीं भी रेड हो जाती है। ऐसा ही एक वाकया एक सप्ताह पहले भी हुआ है। रायपुर में सीईसीबी के दफ्तर में पड़ी रेड से रायगढ़ का कार्यालय त्रस्त हो गया है। दरअसल 21 फरवरी को रायगढ़ के क्षेत्रीय पर्यावरण कार्यालय की टीम सामान्य जांच के लिए रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड बड़े भंडार में पहुंची। निरीक्षण के दौरान वहां कई तरह की लापरवाही पाई गई। कोल यार्ड की ओर जाने वाली रोड पर डस्ट की मात्रा बहुत अधिक पाई गई।प्लांट परिसर में कई जगहों पर सडक़ पक्की नहीं बनाई गई थी जिसके कारण प्रदूषण का स्तर अधिक था।

हाईवे में भी कोल डस्ट की मात्रा बहुत ज्यादा है। एश डाइक से भी डस्ट उड़ रही थी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए कंपनी के प्रयास नाकाफी मिले। ऐसे ही कई मामलों को लेकर जांच के बाद पर्यावरण विभाग ने आरईजीएल को नोटिस दिया है। 15 दिनों में हालात सुधारने का अल्टीमेटम दिया है। जांच के बाद अगले ही दिन सीईसीबी मुख्यालय रायपुर में ईडी की टीम ने छापा मारा। इस छापेमारी से रायगढ़ कार्यालय भी हिल गया। दरअसल ईडी ने कई दस्तावेजों की मांग सारे रीजनल कार्यालयों से की है। जब तक रायपुर में जांच चलती रही, रायगढ़ में भी बीपी हाई रहा। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने जितने समय तक रायपुर में जांच की, उतने ही समय तक रायगढ़ दफ्तर भी खुला रहा। यहां से कई दस्तावेज तुरंत मंगवाए जाते रहे। इसलिए अधिकारी और कर्मचारी सभी अलर्ट मोड पर रहे। बताया जा रहा है कि तीन दिन तक कोई ठीक से सोया ही नहीं। पर्यावरण विभाग की अडाणी पावर प्लांट पर कार्रवाई को ईडी के छापे से जोड़ा जा रहा है।

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